पटना: बिहार में 'जंगलराज' के आरोपों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भले ही पलटवार करते हुए कहते हों कि देश में कहीं ऐसा कोई राज्य है, जहां घटना नहीं होती हो। यहां 'जंगल राज' नहीं 'जनता राज' है। लेकिन हकीकत कुछ और ही कहानी बयां करती है। हाल के दिनों में पांच ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनकी वजह से लोग बिहार में 'जंगलराज रिटर्न्स' कह रहे हैं। आइए जानते हैं इन पांच मामलों के बारे में... राजद नेता के बेटे ने DSP को दिखाई धौंस पहली घटना की बात करें तो बीते गुरुवार पटना में देखने को मिली है। राजधानी पटना के सब्जीबाग इलाके में बदमाशों को पकड़ने गई पुलिस टीम पर कुछ लोगों ने हमला बोल दिया। इस घटना में 3 पुलिस वालों की जमकर पिटाई की गई। मामले में पुलिस ने तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने जिन संदिग्धों को गिरफ्तार किया शुक्रवार की रात उन्हें छुड़ाने राजद नेता का बेटा आ गया। राजद नेता का बेटा और सब्जीबाग के वार्ड नंंबर 40 के पार्षद अशफर अहमद ने डीएसपी सहित पुलिसकर्मियों से दुर्व्यवहार किया। उन्होंने थानेदार सहित थाने के पुलिसकर्मियों को धमकी दी और हिरासत में लिए गए व्यक्ति को तत्काल प्रभाव से छोड़ने के लिए भिड़ गए। शराब माफियाओं का पुलिस पर हमला, सिपाही की मौत दूसरी घटना बिहार के सीवान जिले में बुधवार को शराब माफियाओं को पकड़ने गई पुलिस पर बदमाशों ने हमला बोल दिया था। बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। इसमें गोली लगने से एक कॉन्स्टेबल बाल्मीकि यादव (39) की मौके पर ही मौत हो गई थी। वे पटना जिले के मसौढ़ी के रहने वाले थे। घायल हुए व्यक्ति की पहचान ग्यासपुर गांव के 55 साल के सेराजुद्दीन खान के तौर पर हुई थी। घायल ग्रामीण को इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। बालू माफियाओं ने दारोगा को चलती गाड़ी ने नीचे फेंकातीसरी घटना वैशाली जिले की है, मंगलवार को यहां बालू माफियाओं ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया था। अपराधियों ने दारोगा को चलती गाड़ी से नीचे फेंक दिया, जिससे उन्हें गंभीर चोट आई। साथ ही एसडीपीओ को गाड़ी से रौंदने की कोशिश भी की गई। हमले के बाद सभी अपराधी मौके से फरार हो गए थे। राजद विधायक का भाई बता कर खनन इंस्पेक्टर को जान से मारने की धमकीचौथी घटना खनन विभाग से जुड़ी है। पटना में खनन विभाग के दफ्तर में घुसकर माइनिंग इंस्पेक्टर राजेंद्र प्रसाद को जान से मारने की धमकी दी गई थी। धमकी देने वाले ने खुद को राजद विधायक रीतलाल यादव का भाई संतोष बताया था। मंगलवार को संतोष कुमार सिंह नाम का शख्स अपने सात-आठ गुर्गों के साथ खनन कार्यालय में घुसा और इंस्पेक्टर राजेंद्र सिंह की तलाश करने लगा। उस समय राजेंद्र सिंह दफ्तर में नहीं थे। इस पर संतोष ने हेड क्लर्क अरूण कुमार को धमकी देते हुए कहा- 'खनन इंस्पेक्टर की औकात कैसे हो गयी कि उसने मेरी गाड़ी पकड़ ली, जान से मार दूंगा।' इस मामले में एफआईआर भी दर्ज की गई है। पुलिस टीम पर हमला, पुलिसकर्मियों की कैद से दो अपराधियों को छुड़ा ले गए पांचवीं घटना बिहार की राजधानी पटना के पीरबहोर थाना क्षेत्र की है। गुरुवार की रात असामाजिक तत्वों ने पुलिस टीम पर हमला कर पकड़े गए दो बदमाशों को पुलिस से छुड़ा लिया। बदमाशों ने इस दौरान पुलिसकर्मियों को दौड़ा दौड़ाकर पीटा। इस घटना में तीन पुलिस जवान (कांस्टेबल) घायल हो गए। पीरबहोर के थाना प्रभारी मोहम्मद शबीउल हक ने शुक्रवार को बताया कि पीरबहोर थाना पुलिस टीम गुरुवार की रात छापेमारी कर लौट रही थी कि पटना मार्केट के पास चार खड़े संदिग्ध लोग पुलिस को देखकर भागने लगे। पुलिस की टीम ने भी दौड़कर इनमें से दो लोगों को पकड़ लिया और उन्हें थाने ले जा रही थी कि इसी बीच, डेंटल कॉलेज के सामने आसामजिक तत्व इकट्ठा हो गए और पुलिस टीम पर हमला बोल दिया। इन लोगोंन ने पकड़े गए युवकों को पुलिस की हिरासत से छुड़ा लिया और पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट भी की।
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