नई दिल्ली: घरेलू शेयर बाजारों के लिए वर्ष 2023 शानदार रहा। इस दौरान 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 11,399.52 अंक या 18.73 प्रतिशत बढ़ा, जबकि एनएसई निफ्टी में 3,626.1 अंक या 20 प्रतिशत की तेजी आई। भारत से साथ-साथ जापान, यूरोप और अमेरिका में भी बीते साल शेयर मार्केट ने निवेशकों की बल्ले-बल्ले रही। केवल चीन के शेयर मार्केट में बीते साल गिरावट रही। नए साल के पहले दिन भारतीय बाजारों में कारोबार होगा जबकि ग्लोबल मार्केट बंद रहेगा। अमेरिका के साथ-साथ यूरोप और एशिया के अधिकांश बाजार सोमवार को बंद रहेंगे। सोमवार को करूर वेश्य बैंक, ग्रासिम इंडस्ट्रीज, डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज, एसबीआई कार्ड्स एंड पेमेंट सर्विसेज और Bondada Engineering के शेयर निवेशकों की झोली भर सकते हैं।आरबीआई ने आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एसेट मैनेजमेंट कंपनी को करूर वेश्य बैंक में 9.95 परसेंट हिस्सेदारी खरीदने की अनुमति दे दी है। आदित्य बिड़ला ग्रुप की केमिकल डिवीजन ग्रासिम इंडस्ट्रीज ने गुजरात के भरूच में सालाना 1.23 लाख टन अतिरिक्त क्षमता वाली मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट शुरू कर दी है। डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज की स्टेप डाउन सब्सिडियरी ने इजरायल की कंपनी Edity Therapeutics के 10,14,442 प्रीफर्ड ए-1 शेयर खरीदे हैं जो कंपनी में 6.46 परसेंट हिस्सेदारी के बराबर है। एसबीआई कार्ड्स एंड पेमेंट सर्विसेज के शेयरहोल्डर्स ने नितिन चुघ को नॉमिनी डायरेक्टर बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
किन शेयरों में रहेगा उतारचढ़ाव
मूमेंटम इंडिकेटर MACD के मुताबिक वोडाफोन आइडिया, ओलेक्ट्रा ग्रीनटेक, कल्पतरू पावर, सन फार्मा एडवांस्ड रिसर्च, जीएमआर इन्फ्रा और जीएफ कमर्शियल वीकल कंट्रोल सिस्टम्स इंडिया के शेयरों में साल के पहले दिन यानी सोमवार को तेजी आ सकती है। दूसरी ओर Syrma SGS Technology, सुप्रीम इंडस्ट्रीज, सेंचुरी प्लाइवुड, एलएंडटी, कोफोर्ज और बिरलासॉफ्ट के शेयरों में गिरावट आ सकती है।कैसा रहेगा यह साल
एक यादगार साल और निवेशकों को मिले शानदार मुनाफे के बाद भारतीय शेयर बाजार महत्वपूर्ण घटनाक्रमों से भरे 2024 में प्रवेश करने के लिए तैयार हैं। नए साल में शेयर बाजार की निगाह ब्याज दरों के साथ लोकसभा चुनाव और भू-राजनीतिक घटनाक्रम पर नजर रहेगी। विश्लेषकों का मानना है कि घरेलू शेयर बाजार में तेजी जारी रहेगी और अगले 3-6 माह में प्रमुख शेयर सूचकांक - सेंसेक्स और निफ्टी सात प्रतिशत तक चढ़ सकते हैं। वर्ष 2023 में 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 11,399.52 अंक या 18.73 प्रतिशत बढ़ा, जबकि एनएसई निफ्टी में 3,626.1 अंक या 20 प्रतिशत की तेजी हुई।विश्लेषकों की राय है कि लोकसभा चुनाव, अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव, अमेरिका और भारत में ब्याज दरों की चाल, मुद्रास्फीति के रुझान और भू-राजनीतिक हालात शेयर बाजार के लिए प्रमुख कारक होंगे। उन्होंने कहा कि बाजार 2024 के आम चुनावों में बहुमत के साथ भाजपा सरकार की वापसी चाहता है। मोतीलाल ओसवाल ब्रोकिंग एंड डिस्ट्रिब्यूशन ने एक टिप्पणी में कहा कि लोकसभा चुनाव और उसके बाद पहले आम बजट पर सभी की नजर रहेगी। ब्याज दर में किसी भी कटौती से बाजार को अतिरिक्त बढ़ावा मिलेगा।कहां तक जा सकता है बाजार
इस साल यानी 2023 में शेयर बाजार के निवेशकों की पूंजी में 81.90 लाख करोड़ रुपये की भारी बढ़ोतरी हुई। मेहता इक्विटीज लिमिटेड के चेयरमैन राकेश मेहता ने कहा कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना हुआ है और हाल में हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा की बढ़त ने निवेशकों की भावना को और बल दिया है। उन्होंने कहा कि व्यापक आर्थिक कारकों के सकारात्मक होने के साथ ही अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल में गिरावट के चलते एक बार फिर भारतीय बाजारों में विदेशी कोषों की लिवाली बढ़ी है।उन्होंने उम्मीद जताई की मौजूदा तेजी अगले 3-6 महीनों में बनी रहेगी। इस दौरान सेंसेक्स और निफ्टी में 5-7 प्रतिशत की बढ़ोतरी तथा मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में 10-15 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी जा सकती है। शेयर कारोबार मंच ट्रेडिंगो के संस्थापक पार्थ न्यति ने कहा कि 2024 में उम्मीद है कि विदेशी निवेशक खरीदारी करेंगे। अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल में गिरावट और डॉलर सूचकांक के कमजोर होने के कारण ऐसा होगा।from https://ift.tt/ipq7xwy
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