जयपुर: आगामी 27 और 28 जनवरी को होने वाली आरएएस भर्ती की मुख्य परीक्षा की तिथि आगे बढ़ाए जाने को लेकर पिछले कई दिनों से आंदोलन चल रहा है। पिछले एक सप्ताह से राजस्थान विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर धरना भी दिया जा रहा है। शुक्रवार को अभ्यर्थियों से मिलने धरना स्थल पहुंचे। कड़ाके की सर्दी को देखते हुए शिक्षा मंत्री ने धरना समाप्त करने का आग्रह किया तो आरएएस भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थी परीक्षा तिथि आगे नहीं बढ़ाए जाने तक धरना जारी रखे जाने की बात पर अड़ गए। शिक्षा मंत्री दिलावर ने अभ्यर्थियों से कहा कि इस मामले में वे से बात करेंगे और अभ्यर्थियों की वाजिब मांग का समर्थन करेंगे।
गुरुवार को तीन अभ्यर्थियों की तबीयत बिगड़ी
धरना स्थल पर कुछ अभ्यर्थियों ने तीन दिन पहले आमरण अनशन शुरू कर दिया। इससे गुरुवार शाम को तीन अभ्यर्थियों की तबियत बिगड़ गई जिन्हें प्रशासन द्वारा अस्पताल में भर्ती कराया गया। विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा धरना देने वाले अभ्यर्थियों को धरना समाप्त करने के लिए कहा है। प्रशासन के मुताबिक विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर दिया जा रहा धरना अवैध है। इसके बावजूद भी धरना फिलहाल जारी है।परीक्षा तिथि आगे बढाने के पीछे अभ्यर्थियों के तीन तर्क
पहला तर्क - प्रिंटिंग प्रेस पर शक - अभ्यर्थियों का कहना है कि पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में हुई कुछ परीक्षाओं में पेपर बनाने वाले विशेषज्ञों और प्रश्न पत्र छापने वाली प्रिंटिंग प्रेस की मिलीभगत सामने आई थी। अब सरकार बदलने के बावजूद भी उसी प्रिंटिंग प्रेस से पेपर छपवाए जा रहे हैं। पेपर बनाने वाले विशेषज्ञ भी वही है। ऐसे में आरएएस मुख्य परीक्षा में भी धांधली की संभावना है। इसे देखते हुए सरकार इस पर एक्शन ले और नए विशेषज्ञों की कमेटी से पेपर सेट कराने के साथ अन्य विश्वसनीय प्रिंटिंग प्रेस से पेपर छपवाए जाएं।दूसरा तर्क - चुनाव ड्यूटी में तैयारी का समय नहीं मिला - आरएएस मुख्य परीक्षा में सैकड़ों की संख्या में सरकारी कर्मचारी भी बैठने वाले हैं। पिछले दिनों प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान सरकारी कर्मचारी लम्बे समय तक चुनाव ड्यूटी में व्यस्त थे। अक्टूबर माह में ही चुनाव की आदर्श आचार संहिता लग गई थी। ऐसे में आरएएस मुख्य परीक्षा की तैयारी करने वाले सरकारी कर्मचारियों को तैयारी का पर्याप्त वक्त नहीं मिल सका। प्रारम्भिक परीक्षा का परिणाम घोषित होने के सिर्फ 3 महीने बाद ही मुख्य परीक्षा ली जा रही है। यह अब तक का सबसे कम समय है। इन पहलुओं को ध्यान में रखते हुए मुख्य परीक्षा की तिथि को आगे बढ़ाया जाना चाहिए।तीसरा तर्क - प्रारम्भिक परीक्षा की आंसर की को हाईकोर्ट में चुनौती - पिछले दिनों जारी हुई आरएएस प्रारम्भिक परीक्षा की उत्तर कुंजी में कई त्रुटियां हैं जिसे लेकर राजस्थान हाईकोर्ट में याचिकाएं लगाई गई है। न्यायालय में चल रहे वाद के चलते अभ्यर्थियों में उपापोह की स्थिति बनी हुई है। उत्तर कुंजी की त्रुटियों के बारे में फैसला आने के बाद ही मुख्य परीक्षा की तिथि घोषित हो ताकि बार बार परीक्षा परिणाम में संशोधन नहीं करना पड़े।from https://ift.tt/alV8Byc
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