डिब्रूगढ़ (असम): पूर्वाम्नाय गोवर्धन मठ पुरी के शंकराचार्य अधोक्षजानंद देवतीर्थ ने बड़ा बयान दिया है। शंकराचार्य ने सोमवार को कहा कि 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह बहुत ही शुभ समय और गर्भगृह का निर्माण पूरा होने के बाद हो रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ तत्व अपने स्वार्थपूर्ण कारणों से यह कहकर हिंदू समाज को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं कि शंकराचार्य समारोह के विरोध में हैं। उन्होंने पत्रकार वार्ता में कहा कि जब मुख्य पूजा स्थल, गर्भगृह का निर्माण पूरा हो गया है, तो यह कहना गलत है कि मंदिर का निर्माण अधूरा है।शंकराचार्य ने कहा कि 550 साल के संघर्ष के बाद उस स्थान पर एक भव्य मंदिर बनकर तैयार हो गया है। जहां भगवान फिर से विराजमान होंगे और यह हर भारतीय के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह बहुत शुभ समय पर हो रहा है और शास्त्रों के अनुसार भी यह सर्वोत्तम समय है। 'प्रधानमंत्री एक महान योगी'उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन किए जाने का महत्व है और इसे लेकर कोई विवाद नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री एक महान योगी हैं जो मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कर सकते हैं। 'सभी को ऐतिहासिक अवसर का गवाह बनना चाहिए'शंकराचार्य ने कहा कि सभी को इस ऐतिहासिक अवसर का गवाह बनना चाहिए और सभी से अपील की कि वे उस दिन अपने-अपने घरों में राम का नाम जपें, चाहे वे अयोध्या जाएं या नहीं। दीप जलाकर इस दिन का जश्न मनाने का आग्रहउन्होंने लोगों से दीप जलाकर इस दिन का जश्न मनाने का भी आग्रह किया। वह पड़ोसी राज्य अरुणाचल प्रदेश के ‘परशुराम कुंड’ में पवित्र डुबकी लगाने के बाद यहां पहुंचे।
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