कराची: पाकिस्तान जमात-ए-इस्लामी पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने अभूतपूर्व कदम उठाते हुए सोमवार को सिंध प्रांत की उस विधानसभा सीट को खाली कर दिया जिस पर उन्होंने गत गुरुवार को संपन्न हुए चुनाव में जीत दर्ज की थी। हाफिज नईमुर रहमान ने कहा कि जिस सीट से उन्होंने जीत दर्ज की है वहां से असल विजेता इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) द्वारा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार है। आठ फरवरी के चुनाव के लिए पाकिस्तान चुनाव आयोग द्वारा जारी अनंतिम परिणाम के अनुसार हाफिज नईमुर रहमान ने पीएस-129 निर्वाचन क्षेत्र (कराची सेंट्रल आठ) से 26,296 वोटों से जीत हासिल की। एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए हाफिज नईमुर रहमान ने कहा कि उन्होंने आठ फरवरी के चुनावों के दौरान कई निर्वाचन क्षेत्रों में कथित धांधली को उजागर करने के लिए यह असामान्य कदम उठाया। उन्होंने कहा, ''पीटीआई समर्थित एक स्वतंत्र उम्मीदवार जीता है और मैं इस सीट से जीत का लाभ नहीं उठाऊंगा।'' उन्होंने कहा, ''जब मैंने अनुमान लगाया था कि केवल कुछ सौ मतों का अंतर होगा, मैंने अपनी टीम से हर फॉर्म (45) के लिए कहा। जब हमने जांच की तो हमें पता चला कि पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ईसीपी) ने दिखाया कि हमें कम वोट मिले। मैं सफल नहीं हो सका, तो मैंने यह सीट सौंप दी।'' उन्होंने दावा किया कि उनकी टीम के आकलन के मुताबिक, जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पीटीआई द्वारा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार सैफ बारी ने जीत दर्ज की है। उन्होंने कहा कि उनके वोट 31 हजार से घट कर 11 हजार हो गए हैं। 'एक्स' पर एक अलग पोस्ट में उन्होंने कहा, ''अपनी अंतरात्मा की आवाज और पार्टी की नैतिकता की परंपरा के मुताबिक मैंने प्रांतीय विधानसभा में अपनी सीट को रिक्त कर दिया। मैं मांग करता हूं कि वे सभी सीट हमें लौटाई जाएं जिस पर हमने जीत दर्ज की है।'' जमात-ए-इस्लामी पार्टी के कराची इकाई के प्रमुख रहमान का फैसला पिछले दो दिनों से जारी विरोध प्रदर्शन के बीच आया है। सिंध प्रांत के विभिन्न हिस्सों में चुनाव में कथित धांधली को लेकर कई दलों द्वारा दो दिनों से विरोध प्रदर्शन किये जा रहे हैं जिनमें कुछ हिंसक प्रदर्शन भी शामिल हैं। आठ फरवरी को हुए आम चुनाव के बाद से पीटीआई, जमात-ए-इस्लामी पार्टी, तहरीक-ए-लब्बैक और जमीयत उलेमा इस्लाम समेत अन्य दल दावा कर रहे हैं कि उनके उम्मीदवारों को विधानसभा और नेशनल असेंबली की कई सीट पर जीत से वंचित कर दिया गया और वे इस नतीजे को स्वीकार नहीं करेंगे। पीटीआई, जमात-ए-इस्लामी पार्टी, तहरीक-ए-लब्बैक और जमीयत उलेमा इस्लाम के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को भी विरोध प्रदर्शन किया और शहर को जोड़ने वाले कई राजमार्गों को बाधित कर दिया। यातायात के बाधित होने पर सड़क पर आवाजाही को सामान्य बनाने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल और रेंजर्स को बुलाया गया है।
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