पश्चिम चंपारण: बिहार का चेहरा सतीश चंद्र दुबे () को मोदी 3.0 सरकार में कैबिनेट में जगह मिली है। सतीश चंद्र दुबे राज्यसभा सांसद हैं। उन्हें केंद्रीय राज्य मंत्री के तौर पर शपथ दिलाई गई है। सतीश चंद्र दुबे राजनीति में लंबा अनुभव रखते हैं। उन्होंने अपने सियासी करियर की शुरुआत 31 साल पहले बीजेपी के पंचायत अध्यक्ष के रूप में शुरू की थी। उन्होंने राष्ट्रपति भवन में रविवार को केंद्रीय राज्य मंत्री के तौर पर शपथ ली। सतीश चंद्र दुबे ब्राह्मण समुदाय से आते हैं। वे पश्चिम चंपारण इलाके के बड़े चेहरे हैं। वे इस इलाके का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। सतीश चंद्र दुबे की संगठन में अच्छी पकड़ मानी जाती है। वे युवा चेहरा हैं। मोदी सरकार ने उन पर भरोसा जताया है।
तीन बार रहे विधायक
सतीश चंद्र दुबे चनपटिया और नरकटियागंज से तीन बार विधायक चुने जा चुके हैं। वे 2014 में वाल्मीकि नगर से बीजेपी के सांसद बने थे। बाद में ये सीट जेडीयू के हिस्से में चली गई। उसके बाद पार्टी ने उन्हें राज्यसभा का सदस्य बनाया। दुबे को पहली बार 2019 में राम जेठमलानी के निधन के बाद शेष समय के लिए राज्यसभा सांसद चुना गया। बाद में पार्टी ने उन्हें 2022 में राज्यसभा भेजा। सतीश चंद्र दुबे (Satish Chandra Dubey) ने बताया कि उन्होंने हाल के चुनाव में ईमानदारी से मेहनत की। पार्टी के दिशा-निर्देशों का अक्षरशः पालन किया। जिसका फल उन्हें मिला है। दुबे के नेतृत्व में संगठन कार्यकर्ताओं ने जेडीयू के प्रत्याशी को विजयी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।संगठन में पकड़
स्थानीय लोगों के मुताबिक केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उनकी हाल में पीठ थपथपाई थी। उनकी मेहनत और तैयारी को देखकर वो काफी खुश थे। बीते वर्ष लौरिया में गृह मंत्री का कार्यक्रम था, उसमें दुबे ने खूब मेहनत की थी। केंद्र सरकार में मंत्री बनाए जाने के बाद उनके समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई है। पूरे बिहार के लिए उनका मंत्री बनाया जाना अच्छा संकेत माना जा रहा है। उनके इलाके में समर्थक पटाखे फोड़ रहे हैं और जश्न मना रहे हैं। समर्थकों ने दुबे को मंत्री बनाए जाने के लिए पीएम मोदी को बधाई भेजी है। इसके अलावा उनका धन्यवाद किया है। समर्थकों ने कहा है कि पीएम मोदी ने सही व्यक्ति का चयन किया है। उनके मंत्री बनने से इलाके में विकास होगा।सतीश चंद्र दुबे का परिवार
02 मई, 1975 को हरसरी, नरकटियागंज, पश्चिम चंपारण में जन्में सतीश चंद्र दुबे ने टीपी वर्मा महाविद्यालय, नरकटियागंज से इंटर की परीक्षा पास की। उनके पिता का नाम स्व इंद्रजीत दुबे और माता का नाम स्व पशुपति देवी है। दुबे की पत्नी का नाम डॉ. अलका कुमारी है। उनके बड़े भाई का नाम अशोक कुमार दुबे और छोटे भाई का नाम प्रदीप दुबे है। बहन का नाम मीना देवी। बेटियों के नाम विजयलक्ष्मी और श्री लक्ष्मी है। बेटे का नाम शिवांश चंद्र दुबे है। दुबे के राजनीतिक सफरनामा पर नजर डालें तो 1993 में भाजपा की सदस्यता ली और पंचायत अध्यक्ष बने। 2000 में शिवसेना की टिकट पर चनपटिया से विस चुनाव लड़े और मामूली वोट से हारे। 2005 में चनपटिया से भाजपा के टिकट पर विधायक बने। लेकिन विधानसभा का गठन नहीं हुआ। 2005 में दोबारा चनपटिया से विधायक चुने गए। 2010 में नरकटियागंज विधानसभा से भाजपा के टिकट पर चुनाव जीते।राजनीतिक सफरनामा
दुबे 2014 में वाल्मीकिनगर लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के टिकट पर चुनाव जीते। 2019 में वाल्मीकि नगर लोकसभा गठबंधन में जदयू के हिस्से में चले जाने से मौका नहीं मिला। 2019 में राज्यसभा के सदस्य बनाए गए। राम जेठमलानी की सीट खाली होने से उन्हें शेष अवधि के लिए पार्टी ने राज्यसभा सदस्य बनाया 3 जून 2022 को वे फिर राज्यसभा सदस्य बनाए गए। एक बार फिर केंद्र सरकार ने उन पर विश्वास जताते हुए केंद्रीय राज्य मंत्री बनाया है।from https://ift.tt/qrxnHDw
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