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Sunday, March 16, 2025

बांग्लादेश में 20 छात्रों को होगी फांसी, हाईकोर्ट ने बरकरार रखी सजा-ए-मौत, शेख हसीना की पार्टी से रहा है संबंध

ढाका: बांग्लादेश में हत्या के मामले में 20 छात्रों को मौत की सजा को ढाका हाईकोर्ट ने बरकरार रखा है। इन छात्रों को साल 2019 में अपने साथी छात्र अबरार फहद की पीट-पीटकर हत्या करने में सजा हुई है। फहद ने उस समय की शेख हसीना सरकार के खिलाफ फेसबुक पोस्ट की थी। इस पर शेख हसीना की अवामी लीग के छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं ने फहद को पीटकर मार डाला था। इस केस में निचली अदालत ने 2021 में आरोपी छात्रों को दोषी करार देते हुए मौत की सजा सुनाई थी। अब हाईकोर्ट ने भी इस फैसले को बरकरार रखा है। 20 छात्रों को मौत की सजा के अलावा पांच अन्य छात्रों को उम्रकैद की सजा भी कोर्ट ने बरकरार रखी है। फहद के परिवार ने फैसले पर संतोष जताया है। दूसरी ओर बचाव पक्ष के वकील ने कहा कि वे ऊपरी अदालत में अपील करेंगे। इस मामले में एक दोषी मुंतसिर जेल से फरार है। ये सभी छात्र BUET (बांग्लादेश यूनिवर्सिटी ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी) के थे।

सजा के ऐलान ने लिया राजनीतिक रंग

बांग्लादेश में छात्रों को सजा का यह मामला राजनीतिक रंग ले रहा है। इसकी वजह ये है कि सभी दोषी छात्र BCL (बांग्लादेश छात्र लीग) के सदस्य थे। BCL, शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग की छात्र शाखा है। फहाद ने जिस पोस्ट की वजह से अपनी जान गंवाई, उसमें सरकार की नीतियों की आलोचना की थी। इससे BCL के छात्र भड़क गए थे और उस पर हमला किया था। हालांकि मामले के सामने आने के बाद इन सभी को पार्टी ने निकाल दिया था।दोषी छात्रों को दिसंबर 2021 को ढाका की एक निचली अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी। उस समय शेख हसीना की अवामी लीग ही सत्ता में थी। पांच छात्रों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। अब हाईकोर्ट में जस्टिस असदुज्जमान और जस्टिस सैयद एनायत हुसैन की पीठ ने इस फैसले को बरकरार रखी है। बेंच ने कहा कि हम हाईकोर्ट के फैसले से संतुष्ट हैं। इस फैसले को जल्द से जल्द लागू किया जाना चाहिए।फहद के भाई फैयाज ने कहा कि हमें हाईकोर्ट से इतनी जल्दी फैसला आने की उम्मीद नहीं थी। हम इस फैसले से संतुष्ट हैं, हालांकि अभी भी कई कानूनी प्रक्रियाएं बाकी हैं। बचाव पक्ष के वकील अजीजुर रहमान दुलु ने कहा कि वह फैसले से निराश हैं। उन्होंने कहा कि हम अपीलीय विभाग में अपील करेंगे, हमें वहां से न्याय मिलने की उम्मीद है।


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