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Wednesday, May 14, 2025

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ED अधिकारी बन घर में घुसा शख्स निकला राजस्थान की चितावा पुलिस मोस्ट वांटेड, ऐसे धरा गया

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डीडवाना-कुचामन: राजस्थान में नवगठित डीडवाना-कुचामन जिला पुलिस ने फर्जी ईडी अधिकारी बनकर लूट और धमकी देने वाले गैंग के मुख्य आरोपी को धर दबोच लिया हैं।। 17 महीने से फरार चल रहा यह शातिर अपराधी चितावा पुलिस के 'टॉप-10 वांटेड' लिस्ट में शामिल था, जिसके सिर पर 1000 रुपए का इनाम भी था।

क्या था पूरा मामला?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक,28 अक्टूबर 2023 को चितावा के पांचवा गांव में कुछ युवक एक अर्टिगा कार में सवार होकर पहुंचे और खुद को ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) का अधिकारी बताकर एक घर में घुस गए। उन्होंने परिवार के सदस्यों को डराया-धमकाया, मारपीट की और उनके मोबाइल फोन छीन लिए। पीड़ित हरिशंकर सोनी ने थाना चितावा में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने तीन आरोपियों - शिवनाथ, सुभाष कुमार कस्वां और नरेन्द्र कुमार को गिरफ्तार कर लिया। घटना में इस्तेमाल की गई कार भी जब्त कर ली गई, लेकिन गैंग का मास्टरमाइंड राहुल नामक आरोपी फरार हो गया।

पुलिस ने कैसे पकड़ा?

राहुल नामक युवक (24) मूल रूप से कुचामन के नारायणपुरा का रहने वाला है, लेकिन वह जयपुर के कालवाड़ रोड पर छिपा हुआ था। एसपी हनुमान प्रसाद के निर्देश पर एएसपी नेमीचंद खारिया और थानाधिकारी लीलाराम की विशेष टीम ने उसे कुचामन से ट्रैक करके गिरफ्तार किया। पुलिस टीम में शामिल हेड कॉन्स्टेबल खेमाराम, राकेश सामोता, सोहन राम, दिनेश कुमार, हेमाराम समेत कई पुलिस वालों ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। क्यों खास है यह केस?यह गैंग फर्जी ईडी अधिकारी बनकर लोगों को टारगेट करता था। आरोपी पुलिस की 'टॉप-10' मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल था। 1000 रुपए का इनाम घोषित था, जो पुलिस की गंभीरता दर्शाता है। पहले ही तीन आरोपी जेल में हैं, अब मुख्य षड्यंत्रकारक भी कैद। अब पुलिस गैंग के बाकी सदस्यों और उनके नेटवर्क को उजागर करने में जुटी है। कहा जा रहा है कि यह गिरोह अन्य इलाकों में भी इसी तरह की वारदातें अंजाम दे चुका है। पुलिस जांच को और तेज कर दी गई है।


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