कानपुर: औद्योगिक शहर कानपुर के लिए आज का दिन ऐतिहासिक होगा। शहर में एयरपोर्ट () पर नए सिविल टर्मिनल की चार दशक पुरानी मांग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ () और नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया () की मौजूदगी में पूरी हो जाएगी।नया टर्मिनल कानपुर के विकास में चार चांद लगा देगा। यहां से आसपास के 10 जिलों के यात्रियों के लिए भी सुगम हवाई सफर का रास्ता साफ होगा। सत्तर और अस्सी के दशक में कानपुर में दिन में 1-2 फ्लाइटें आती-जाती थीं। 80 के दशक की सीमित जरूरतों में मौजूदा पुराना टर्मिनल बनाया गया। एयर इंडिया और कुछ निजी कंपनियां कानपुर से फ्लाइट संचालित करती थीं। लेकिन कभी तकनीकी दिक्कतों और कभी कम यात्रियों के चलते सेवाएं अनियमित रहीं। जानकारों का कहना है कि नए टर्मिनल की मांग 1980 के दशक से ही शुरू हो गई थी। दिसंबर-2016 में कानपुर-दिल्ली-कानपुर के बीच अलायंस एयर की फ्लाइट शुरू की गई थी। ये फ्लाइट कुछ समय बंद हो गई। इसके बाद चकेरी एयरपोर्ट के एयरफोर्स के स्वामित्व वाली पुरानी बिल्डिंग से उड़ान स्कीम स्पाइसजेट की फ्लाइटें शुरू हुईं। रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम में कानपुर में नया टर्मिनल बनाने का प्रस्ताव पास हुआ। अक्टूबर-2019 में टर्मिनल का वर्कऑर्डर जारी हुआ, लेकिन 16 महीने का काम पूरा होने में 44 महीने लग गए।
ये होंगी सुविधाएं
मौजूदा टर्मिनल के डिपार्चर लाउंज में 50 यात्रियों के बैठने की क्षमता थी, जबकि अराइवल लाउंज जर्मन टेंट लगाकर बनाया गया था। 150 करोड़ रुपये से बने नए टर्मिनल का क्षेत्रफल 6243 वर्ग मीटर है। पीक आवर्स में टर्मिनल में 400 यात्रियों को संभालने की क्षमता होगा। 8 चेक-इन काउंटर और 3 कन्वेयर बेल्ट लगाई गई हैं। टर्मिनल पार्किंग में 150 गाड़ियां खड़ी की जा सकेंगी। रन-वे को टर्मिनल से जोड़ने के लिए 713 मीटर लंबा टैक्सी-वे बनाया गया है। विमान की पार्किंग के लिए 3 एप्रन बनाए गए हैं। जरूरत पर तीन एप्रन और टर्मिनल बिल्डिंग का विस्तार भी किया जा सकेगा।मुख्यमंत्री करेंगे जनसभा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री दोपहर 12:15 बजे कानपुर पहुंचेंगे। टर्मिनल बिल्डिंग के निरीक्षण के बाद बाहर ही जनसभा होगी। डेढ़ घंटे बाद मुख्यमंत्री लखनऊ लौट जाएंगे। डीएम विशाख जी ने बताया कि सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। अगले कुछ दिनों में नए टर्मिनल से फ्लाइट संचालन भी शुरू हो जाएगा।बढ़ेगा कारोबार
लेदर एक्सपोर्टर असद ईराकी के अनुसार, नया टर्मिनल कानपुर के कारोबार को संजीवनी देगा। विदेशी खरीदार सीधे कानपुर आना पसंद करेंगे। पहले वे हमें मुंबई, दिल्ली बुलाते थे। वहीं आईआईटी कानपुर के प्रफेसर मणींद्र अग्रवाल ने बताया कि कानपुर और आईआईटी दोनों के लिए टर्मिनल फायदे का सौदा होगा।ऐसी ही टर्मिनल बिल्डिंग
टर्मिनल बिल्डिंग को कानपुर थीम पर ही तैयार किया गया। बिल्डिंग का अगला हिस्सा प्रसिद्ध जेके मंदिर की याद दिलाएगा। अंदरूनी हिस्सा उद्योगों के अलावा झंडागीत के रचयिता श्यामलाल गुप्ता और महर्षि वाल्मीकि पर आधारित हैं।from https://ift.tt/OTkbLDE
No comments:
Post a Comment