मनीला: भारत कभी सिर्फ हथियारों के आयात के लिए जाना जाता था। एक्सपर्ट्स के मुताबिक भारत का लक्ष्य है कि पड़ोसियों पर ध्यान केंद्रित करते हुए सैन्य उपकरणों का निर्यात किया जाए। फिलिपींस को भारत ने ब्रह्मोस मिसाइल दी है, जो चीन के खिलाफ इस्तेमाल होगी। अब फिलीपींस का अगला रणनीतिक कदम एएलएच हासिल करना है। भारतीय नेवी ने एक्स पर मंगलवार को एक पोस्ट में बताया कि फिलीपींस नौसेना, तटरक्षक बल और रक्षा विभाग के प्रतिनिधियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने INS शक्ति का दौरा किया और घरेलू स्तर पर बने उन्नत हल्के हेलीकॉप्टरों के संचालन के प्रभारी चालक दल से बातचीत की।भारत के युद्धपोत फिलीपींस के दौरे पर हैं। भारतीय रक्षा मंत्रालय की एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि यात्रा का उद्देश्य भारत और फिलीपींस की नौसेनाओं के बीच नौसैनिक सहयोग को बढ़ावा देना है। स्पुतनिक इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक सेंटर फॉर एयर पावर स्टडीज के महानिदेश वाइस मार्शल (रिटायर्ड) अनिल गोलानी ने कहा कि फिलीपींस में भारतीय नौसेना की तैनाती के पीछे का कारण सैन्य उपकरण निर्यातक बनने की भारत की महत्वाकांक्षा है।
हथियार निर्यातक बनना चाहता है भारत
उन्होंने आगे कहा, 'भारत का लक्ष्य समान विचारधारा वाले देशों के साथ जुड़कर विशेष रूप से पड़ोसी क्षेत्रों में सैन्य उपकरणों का शुद्ध निर्यातक बनना है।' उनका मानना है कि ब्रह्मोस मिसाइल भारत ने फिलिपींस को देकर एक बड़ा कदम उठाया है। फिलीपींस अब एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (ALH) ध्रुप को प्राप्त करना चाहता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि क्षेत्र में चल रहे चीन से तनाव के कारण फिलीपींस एक्टिव तरीके से सुरक्षा और स्थिरता की मांग कर रहा है। भारत को इस मामले में एक विश्वसनीय भागीदार के तौर पर देखा जाता है।लड़ाकू हेलीकॉप्टर नहीं चाहता फिलीपींस
फिलीपींस के अलावा क्षेत्र के अन्य देशों के लिए भी भारत एक प्रमुख निर्यातक के रूप में उभर सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक चेन्नई सेंटर ऑफ चाइना स्टडीज के महानिदेशक कमोडोर आर शेषाद्री वासन (रिटायर्ड) ने कहा, 'फिलीपींस ने लड़ाकू हेलीकॉप्टर को छोड़कर मल्टी मिशन यात्री कॉन्फिगरेशन वाले ALH के विभिन्न वेरिएंट में रुचि जाहिर की है। ALH ध्रुव का दशकों से इस्तेमाल सेना, तटरक्षक बल और नौसेना की ओर से किया जाता है।' एक्सपर्ट्स के मुताबिक फिलीपींस की रुचि रक्षा खरीद रणनीति में क्रमिक विकास को दिखाता है।from https://ift.tt/vzmGNL1
No comments:
Post a Comment