
मुंबई: छह साल के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार से विमान उड़ना शुरू हो गया। बुधवार को मुख्यमंत्री उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार अपने मंत्रियों के साथ विमान से पर लैंड किया। अमरावती एयरपोर्ट पर वाटर कैनन से सलामी देकर विमान का स्वागत किया गया। अमरावती और मुंबई के बीच सप्ताह में तीन दिन सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को विमान सेवा शुरू रहेगी।कब शुरू हुआ था अमरावती एयरपोर्ट का काम?विदर्भ के लिए महत्वपूर्ण माने जाने अमरावती एयरपोर्ट का काम सन 2019 में शुरू हुआ था, लेकिन एयरपोर्ट का काम बहुत ही धीमी गति से चल रहा था। कई महीनों तक काम बंद रहा, लेकिन अब काम पूरा हो गया। मुंबई से अमरावती की दूरी रेल यात्रा से करने पर 12 घंटे लगते हैं लेकिन हवाई सेवा शुरू होने से यह सफर मात्र 2 घंटे में पूरा हो जाएगा। क्या बोले सीएम फडणवीस?अमरावती एयरपोर्ट पर विमान से पहुंचने पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दावा किया कि अमरावती ही नहीं बल्कि पूरे विदर्भ के विकास में यह नया एयरपोर्ट बहुत उपयोगी साबित होगा। यहां पर एक पायलट प्रशिक्षण स्कूल शुरू किया जा रहा है, यह दक्षिण पूर्व एशिया का सबसे बड़ा स्कूल होगा। हर साल अमरावती से 180 पायलटों को प्रशिक्षित किया जाएगा और लगभग 34 विमान खड़े किए जाएंगे। ये विमान प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। पायलट प्रशिक्षण स्कूल के आगमन से अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा। दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा उड़ान प्रशिक्षण केंद्रमुख्यमंत्री फडणवीस ने आगे कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में मिली यह एक बड़ी सौगात है। 400 करोड़ के निवेश से यह केंद्र बनाया जाएगा, जो वर्ष 2025 के अंत तक पूरा हो जाएगा। यह दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा उड़ान प्रशिक्षण केंद्र होगा। इस विमान प्रशिक्षण केंद्र के माध्यम से 3 हजार से अधिक नौकरियों का सृजन होगा। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री किंजारापु राम मोहन नायडू, केंद्रीय राज्यमंत्री मुरलीधर मोहोल, उपमुख्यमंत्री , अजित पवार, मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, गिरीश महाजन आदि उपस्थित थे।
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