
नई दिल्ली: केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री ने बुधवार को कहा कि अल्पसंख्यकों के लिए दुनिया में भारत से सुरक्षित कोई स्थान नहीं है। इस देश के बहुसंख्यक लोग खुद को धर्मनिरपेक्ष मानते हैं। लोकसभा में वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2025 पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए रिजिजू ने सरकार के इस कदम को मुस्लिम विरोधी बताने के कई विपक्षी सदस्यों के दावों को खारिज किया। उन्होंने कहा कि इस विधेयक को मुसलमानों को बांटने वाला बताया जा रहा है, जबकि सरकार इसके जरिए शिया, सुन्नी समेत समुदाय के सभी वर्गों को एक साथ ला रही है।
रिजिजू की विपक्ष को खरी-खरी
वक्फ संशोधन बिल पर चर्चा का जवाब देते हुए केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने सदन के सभी सदस्यों का धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि इस बिल पर सदस्यों ने अपनी बातें रखी हैं। मैं संक्षेप अपनी बात रखूंगा। कुछ लोगों ने जो प्वाइंट उठाए उनमें तर्क है तो कुछ तर्कहीन बातें भी कही गई। कुछ लोगों ने कहा कि ये बिल असंवैधानिक है तो उन्हें बताना चाहिए कि ये असंवैधानिक कैसे हैं। हम लोग संसद सदस्य हैं तो हम जो शब्द इस्तेमाल करते हैं उसे समझना चाहिए। किरेन रिजिजू ने दो टूक कहा कि बिना तर्क आरोप लगाना गलत है।'विपक्ष सरकार की आलोचना कर सकता है, लेकिन...'
रिजिजू ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार तो देश में सबसे छोटे अल्पसंख्यक समुदाय पारसी को भी बचाने के लिए प्रयास कर रही है।रिजिजू के जवाब के बाद सदन ने मत विभाजन के माध्यम से विधेयक पर विचार के प्रस्ताव को मंजूरी दी, वहीं कई विपक्षी सदस्यों के संशोधनों को नामंजूर कर दिया। रिजिजू ने कहा कि विपक्ष सरकार की आलोचना कर सकता है, लेकिन यह कहना कि हिंदुस्तान में अल्पसंख्यक सुरक्षित नहीं है, सही नहीं है।मैं खुद अल्पसंख्यक हूं... रिजिजू ने क्या कहा
केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'मैं खुद अल्पसंख्यक हूं और कह सकता हूं कि भारत से ज्यादा अल्पसंख्यक कहीं सुरक्षित नहीं हैं। हर अल्पसंख्यक समुदाय शान से इस देश में जीवन जीता है।' उन्होंने विपक्षी सदस्यों को आड़े हाथ लेते हुए कहा, 'सदन में इस तरह देश को बदनाम करना....आने वाली पीढ़ियां आपको माफ नहीं करेंगी।''करोड़ों मुसलमान प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देंगे'
मंत्री ने कहा कि विधेयक के पारित होने के बाद देश के करोड़ों मुसलमान प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देंगे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान, म्यांमा और श्रीलंका जैसे देशों में प्रताड़ित होने वाले अल्पसंख्यक शरण लेने के लिए भारत में ही आते हैं। रीजीजू ने कहा कि भारत धर्मनिरपेक्ष देश इसलिए है क्योंकि यहां बहुसंख्यक लोग पूरी तरह खुद को धर्मनिरपेक्ष मानते हैं।चर्चा का जवाब देते हुए क्या बोले रिजिजू
किरेन रिजिजू ने कहा कि सबको बोलने के अधिकार है लेकिन टोकाटाकी नहीं करना चाहिए। सदन में कमेंट पास करना कोई तरीका तो नहीं है। मैं सबसे पहले गौरव गोगोई समेत कई लोगों ने मुद्दा उठाया तो उस पर क्लीयर करता हूं। ये जो 'वक्फ बाई यूजर' क्लॉज है, किसी जमीन-प्रॉपर्टी पर सिर्फ कहने पर कैसे मान लें कि ये वक्फ की जमीन है। इससे संबंधित कोई डॉक्यूमेंट है, सर्टिफिकेट है तो हमें दिखाएं।ये बिल पहले से तो असंवैधानिक कैसे- रिजिजू
रिजिजू ने कहा कि ये बिल मुस्लिम और इस्लाम विरोधी नहीं है। ये पूर्ण रूप से संवैधानिक है। ये बिल पहले से है तो असंवैधानिक कैसे है। हर जमीन देश की जमीन है। बिना तर्क आरोप न लगाए। कलेक्टर को विरोधी जैसा बताया गया। कलेक्टर पर प्रहार के बजाय जवाब देते। हिंदुओं में पहले से ये प्रावधान है। हाथ में संविधान पकड़ने से कुछ नहीं होता। संविधान को मानना भी होता है।ओवैसी ने फाड़ा बिल तो भड़के जगदंबिका पाल
वक्फ संशोधन विधेयक पर संयुक्त संसदीय समिति के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद जगदम्बिका पाल ने लोकसभा में चल रही बहस के दौरान कहा कि असदुद्दीन ओवैसी इस विधेयक को असंवैधानिक कहते हैं, लेकिन उन्होंने विधेयक को फाड़कर असंवैधानिक काम किया है। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि विधेयक क्यों फाड़ दिया?from https://ift.tt/xqAdfTl
No comments:
Post a Comment